अय्यूब 23
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version
अय्यूब जवाब देत ह
23 फिन अय्यूब जवाब देत भए कहेस।
2 “मइँ आजु भी बुरी, सिकाइत करत हउँ कि परमेस्सर मोका कर्री सजा देत अहइ,
एह बरे मइँ सिकाइत करत रहत हउँ।
3 कास! मइँ इ जान पावत कि ओका कहाँ हेरउँ।
कास! मइँ इ जान पावत कि परमेस्सर क लगे कइसे जाउँ।
4 मइँ आपन मुकद्मा क सफाई परमेस्सर क समन्वा पेस करब्य्।
मइँ आपन क निर्दोख साबित करइ बरे बहस करब्या।
5 मइँ इ जानइ चाहत हउँ कि परमेस्सर कइसे मोरे दलीलन क जवाब देत ह,
तब मइँ परमेस्सर क जवाब समुझ पउतेउँ।
6 का परमेस्सर आपन महासक्ती क संग मोरे खिलाफ होत?
नाहीं! उ मोर सुनी।
7 मइँ एक नेक मनई हउँ।
परमेस्सर मोका आपन कहानी क कहइ देइ, तब मोर निआउ कत्ती परमेस्सर मोका अजाद कइ देइ।
8 “मुला अगर मइँ पूरब क जाउँ तउ परमेस्सर हुआ नाहीं अहइ
अउर अगर मइँ पच्छिउँ क जाउँ तउ भी परमेस्सर मोका नाहीं देखात ह।
9 परमेस्सर जब उत्तर मँ छिपत ह[a] तउ मइँ ओका देख नाहीं पावत हउँ।
जब परमेस्सर दक्खिन क छिपत ह तउ भी उ मोका नाहीं देखात ह।
10 मुला परमेस्सर मोरे हर चरण क लखत ह, जेका मइँ उठावत हउँ।
जब उ मोर परीच्छा लइ उठी तउ उ लखी कि मोहमाँ कछू भी बुरा नाहीं अबइ,
उ लखी कि मइँ खरा सोना जइसा अहउँ।
11 परमेस्सर जउन चाहत ह मइँ हमेसा उहइ पइ चलत हउँ
मइँ कबहुँ भी परमेस्सर क राहे पइ चलइ स नाहीं रुकेहउँ।
12 मइँ हमेसा उहइ बात करत हउँ जेनकर आसा परमेस्सर देत ह।
मइँ आपन मुँहे क भोजन स जियादा परमेस्सर क मुँहे क सब्दन स पिरेम किहेउँ ह।
13 “मुला परमेस्सर एक मन वाले अहा,
अउर कउनो भी ओका बदल नाहीं बदलत।
परमेस्सर जउन चाहत ह उहइ करत ह।
14 परमेस्सर जउन भी जोजना मोरे विरोध मँ बनाइ लिहस ह उहइ करी,
ओकरे लगे मोरे बरे अउर भी बहोत सारी जोजना अहइँ।
15 एह बरे मइँ ओसे डेरात हउँ।
एह बरे परमेस्सर मोका भयभीत करत ह।
16 परमेस्सर मोर हिरदइ क दुर्बल करत ह अउर मोर हिम्मत टूट जात ह।
सर्वसक्तीमान परमेस्सर मोका भयभीत करत ह।
17 अगर तउ मोर मुहँ सघन अँधियारा ढकत ह
तउ भी अँधियारा मोका चुप नाहीं कइ सकत ह।
Footnotes
- 23:9 परमेस्सर … छिपत ह जब परमेस्सर उत्तर मँ घूमत ह।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.